| 1. | इससे पूर्व विधिक वृत्ति धार्मिक संस्थाओं से संबंधित थी।
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| 2. | इंग्लैंड में तेरहवीं शताब्दी में शुद्ध विधिक वृत्ति का प्रादुर्भाव हुआ।
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| 3. | 1803 ई. में उत्तर पश्चिमी सीमांत प्रदेशों में विधिक वृत्ति का नियम बना।
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| 4. | विधिक वृत्ति की प्रगति की यह रूपरेखा प्राय सब देशों में रही है।
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| 5. | में बंगाल, बिहार, उड़ीसा में लार्ड कार्नवालिस के उद्योग से विधिक वृत्ति व्यवस्थित हुई।
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| 6. | विधिक वृत्ति आरंभ में न्यायालय में विधि के गूढ़ार्थ को स्पष्ट करने के सहायतार्थ थी।
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| 7. | आटोमन साम्राज्य काल की समृद्धि में इटली, वेविया, मिलान इत्यादि में विधिक वृत्ति की शिक्षा होती रही।
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| 8. | सब प्रदेशों के लिए सार्वजनिक रूप से विधिक वृत्ति का नियंत्रण सर्वप्रथम 1846 ई. में विधिनियम द्वारा हुआ।
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| 9. | विधि का रूप तभी परिष्कृत एवं परिमार्जित हो पाता है जब उस देश की विधिक वृत्ति पुष्ट और परिष्कृत होती है।
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| 10. | बारहवीं शताब्दी में रेनासाँ के साथ रोम की विधिशिक्षा की पुनर्जाग्रति हुई तथा समस्त यूरोप में विधिक वृत्ति के शिक्षालय निर्मित हुए।
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